Followers

Friday, August 21, 2009

जय श्री गणेश !

वक्रतुंड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ : ।
निर्विघ्नं कुरुमे देव सर्व कार्येषु सर्वदा ॥

सौभाग्यशाली हूँ कि सही समय पर सही काम के लिए सलाह और सुझाव मेरे पत्रकार मित्र श्री मंगलम ने मुझे दिए
और मैंने यह ब्लॉग लिखना प्रारम्भ किया । अभिव्यक्ति को एक और नई राह मिली ।
हार्दिक धन्यवाद मंगलम भाई ।
( वैसे कार्टूनिस्ट "धन्यवाद" कहे तो लगता है, जैसे भूत के मुंह से राम-राम !)
मैं जानता हूँ मुझे यह सलाह देने के बाद श्री मंगलम को कई लोग सलाह देंगे -
"अच्छी संगत में रहा करो मंगलम भाई !"

No comments:

Post a Comment

Pages